मोराल हिंदी स्टोरी ,hindi moral story

मोराल हिंदी स्टोरी 
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जय हिन्द दोस्तों कहानियाँ हमारे जीवन में बहुत बड़ा योगदान रखती है ,हम बचपन से ही नानी ,दादी की कहानिया सुनते आ रहे है ,जिनको सुन कर हमारा बचपन गुजरा है ,और सही मायने में देखा जाय तो इन छोटी छोटी कहानियो में इन्सान को बदलन एकी शक्ति होती है ,ये कहानिया प्रेरणा दायक होती है ,जिनसे हम अगर छाए  तो प्रेरणा ले सकते है ,और अपने जीवन में बदलाव ला सकते है ,मोराल  स्टोरी जीवन को बदली करने का दम रखती है,, जब मैं भारतीय सेना का हिस्सा था तो उस समय ऐसे मोराल  की कहानिया सुनाई जाती थी ,,जो फौज से तालुक्क रखती थी और दोस्तों आप यकीं नहीं करंगे उन मोराल स्टोरी को सुन कर हम मुश्किल  से मुश्किल टास्क भी मिनटों में पूरा कर लेते थे ,वो भी बिना किसी डर के,,मेरी नजर से आप देखो तो मोराल स्टोरी एक  मोटिवेटर का काम करती है ,मोराल स्टोरी सच में जीवन को बदलने वाली होती है अगर आप उनसे सही शिक्षा लेते है और उनको अपने जीवन में शामिल करते है तब ,तो चलिए आज की स्टोरी को पढ़ते है ,,पसंद आय तो कमेन्ट जरुर करे,



💐💐सफल जीवन*💐💐






एक बार एक शिष्य ने अपने गुरू से पुछा- गुरुदेव ये सफल जीवन क्या होता है?

गुरु शिष्य को पतंग उड़ाने ले गए, शिष्य गुरु को ध्यान से पतंग उड़ाते देख रहा था।

थोड़ी देर बाद शिष्य बोला- गुरुदेव ये धागे की वजह से पतंग अपनी आजादी से और ऊपर की ओर नहीं जा पा रही है। क्या हम इसे तोड़ दे? तब ये और ऊपर चली जायेगी।

गुरु ने यह सुनकर धागा तोड़ दिया, धागा टूटते ही
पतंग थोड़ा सा ऊपर गई और उसके बाद एकदम लहरा कर नीचे की ओर आ आई और किसी अनजान जगह पर गिर गई।


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उसके बाद गुरु ने अपने शिष्य को जीवन का अर्थ समझाया और कहा
शिष्य ;हम जिंदगी में जिस ऊंचाई पर है। हमें लगता है कि कुछ चीजें जिनसे हम बंधे हैं, वह हमें ऊपर जाने से रोक रही है, जैसे घर, परिवार, अनुशासन, माता-पिता, गुरु और समाज; हम उनसे आजाद होना चाहते हैं,हम उनसे दूर होना चाहते है ,

लेकिन वास्तव में यही वो धागा होते हैं, जो हमे उस ऊंचाई पर पहुचाते है और उस ऊंचाई पर
बना के रखते हैं। इन धागों के बिना हम एक बार तो ऊपर की तरफ जायेंगे लेकिन बाद में हमारा भी वही हश्र होगा, जो बिन धागे की पतंग का हुआ था .

शिक्षा: इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है की जीवन में यदि तुम ऊंचाई पर बने रहना चाहते हो तो, कभी भी अपने गुरु ,माता पिता ,परिवार ,और मित्रो से रिश्ता मत तोड़ना, धागे और पतंग जैसे जुड़ाव के सफल संतुलन से मिली ऊंचाई को ही सफल जीवन कहते हैैं।




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