नेशनल सिक्योरिटी गार्ड(NSG) का इतिहास और जानकरी
जय हिंद दोस्तो,आपने कभी ये सुना है मुश्किल वक्त कमांडो सख्त,,इसका मतलब है कि जितना भी मुश्किल वक्त हो एक कमांडो अपने टास्क को कड़ाई से पूरा कर सकता है,,
आज फौजी नामा की इस कड़ी में आपके लिए ब्लैक कैट कमांडो की जानकारी ले कर आया हु,मेरे बहुत से मित्र है जो ब्लैक कैट के बारे में नहीं जानते होंगे,,तो दोस्तो ब्लैक कैट कमांडो NSG(NATIONAL SECURITY GUARD) को बोला जाता है ,,NSG हमारे देश का एक एलीट (विशेष) दस्ता है ,जो की देश के अंदर किसी भी आतंकी घटना से निपटने के लिए बनाया गया है ,,आज इस कड़ी में एनएसजी (NATIONAL SECURITY GUARD ) का इतिहास और NSG कि पूरी जानकारी आपको बताएंगे,NSG FULL FORM ..........NATIONAL SECURITY GUARD
नेशनल सिक्योरिटी गार्ड(NSG) की स्थापना........
एनएसजी की स्थापना 16 अक्टूबर 1984 में की गई थी,एनएसजी की स्थापना सन् 1984 में हुए ऑपरेशन ब्लू स्टार और तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गांधी की हत्या के बाद की गई थी, एनएसजी (nsg) एक आतंक वाद विरोधी दल है जो किसी भी समय देश के अंदर होने वाली आतंकी घटनाओं का मुकाबला करने के लिए तैयार रहता है,nsg गृह मंत्रालय के अंडर कार्य करता है, nsg हमारे देश की CAPF (सेंटर आर्म्ड पुलिस फोर्स) का हिस्सा है,, एनएसजी को ब्रिटेन की SAS और जर्मनी की GAG की तरह बनाया गया है।
कब और कहां होता है NSG का प्रयोग........
NSG का प्रयोग केवल मुश्किल हालात में किया जाता है,,जब किसी आतंकी घटना से राज्य पुलिस या अर्ध सैनिक बल निपट नही पाते तो उस समय NSG BLACK CAT कमांडो को अभियान के लिए बुलाया जाता है,, एनएसजी एक विशेष दस्ता है जिसका प्रयोग मुश्किल हालात में ही किया जाता है,2008 में मुंबई में हुई आतंकी घटना में एनएसजी कमांडो का प्रयोग किया गया था,कुछ एनएसजी कमांडो हमारे देश के राजनेताओं की सुरक्षा भी करते है ,,मुख्य नेताओं को सुरक्षा को जिम्मेदारी भी NSG के कंधो पर है,एनएसजी (nsg) कमांडो जमीं ,हवा , पानी में भी किसी भी अभियान को सफलता पूर्वक अंजाम दे सकते है,nsg कमांडो काउंटर टास्क ,काउंटर हाईजैकिंग ( अपहरण) जैसे हालातो से निपटने के लिए पूरी तरह ट्रैंड किए जाते है,इसके अलावा बम डिस्पोजल, आईईडी को खोजना, आईईडी को बेअसर करना और बंधक लोगो को छुड़ाना जैसे अभियान भी nsg कुछ पल में कर देती है,
इमेज सोर्स nsg .इन |
कैसे होते है nsg (एनएसजी) में भर्ती.(HOW TO JOIN NSG )........
NSG ब्लैक कैट कमांडो बनने के लिए आपको पहले इंडियन आर्मी या ,, सीएपीएफ ( CAPF) में भर्ती होना पड़ेगा, एनएसजी (NSG) कमांडो की डायरेक्ट भर्ती नहीं होती है,,आर्मी और CAPF जवान जो VOULENTER होते है ,,वे अपनी यूनिट से कुछ साल के लिए एनएसजी में आते है ,, यहां पर उनको ट्रेनिंग पास करनी होती है ,,ट्रेनिंग पास करने के बाद ही आर्मी और CAPF से आए सैनिकों को एनएसजी में शामिल किया जाता है,NSG (एनएसजी) के भाग है ,,NSG को दो ग्रुप में बाटा गया है,1. SAG (स्पेशल एक्शन ग्रुप) ...........
SAG ( स्पेशल एक्शन ग्रुप ) में इंडियन आर्मी से आए और ट्रेंड सैनिक तैनाद रहते है,ये सैनिक कुछ सालो के लिए ही एनएसजी में पोस्टिंग किए जाते है ,,अगर ये कमांडो फिजिकल में थोड़ा सा भी वीक हो जाते है तो उस समय इनको वापस इनकी यूनिट में भेज दिया जाता है,स्पेशल एक्शन ग्रुप को भागों में बाटा गया है,इमेज सोर्स nsg वेबसाइट |
51 SAG...........
51 स्पेशल एक्शन ग्रुप का मुख्य काम देश के अंदर आतंकवाद विरोधी अभियान करना है,,,51 sag के कमांडो इंडियन आर्मी से लिए जाते है,
52 SAG ..........
52 स्पेशल एक्शन ग्रुप का कार्य अपहरण विरोधी अभियान करना है,52 SAG KE सदस्य भी इंडियन आर्मी से चयनित होते है,
2. SRG(स्पेशल रेंजर ग्रुप)...........
स्पेशल रेंजर ग्रुप 51 SAG KE साथ आतंकवाद विरोधी अभियानों में शामिल होती है,,SRG के तीन दल है 11,12,और 13 SRG ग्रुप,SRG के कमांडो भारतीय राजनेताओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी निभाते है,Z+ कैटेगरी वाले नेताओं को nsg का ये दल पूरी सुरक्षा प्रदान करता है,लेकिन अभी कुछ दिनों बाद एनएसजी कमांडो को वीआईपी सुरक्षा से वापस ले लिया जाएगा ,,और SRG कमांडो भी 51 SAG की तरह काउंटर अभियानों में हिस्सा लेंगे,अभी SRG ग्रुप का 11 SRG ही 51 SAG KE साथ काउंटर अभियानों में हिस्सा लेती है,SRG के कमांडोज बीएसएफ ,सीआरपीएफ,आईटीबीपी, एसएसबी जैसे अर्ध सैनिक बलों से चयनित किए जाते है,
स्पेशल कंपोजिट ग्रुप(( SCG)...........
NSG ने अभी कुछ रीजनल केंद्र खोले है,,इसका नाम SCG रखा है ,,SCG में इंडियन आर्मी और CAPF दोनो से आए सैनिक होते है,SCG का कार्य अपने जिम्मेदारी के क्षेत्र में आतंकवादी विरोधी अभियान को पूरा करना है,अभी हमारे देश में 5 SCG केंद्र है,1. 26 SCG मुम्बई
2. 27 SCG चेन्नई
3. 28 SCG HYDERABAD
4. 29 SCG कोलकाता
5. 30 SCG गांधी नगर
SCG ग्रुप में इंडियन आर्मी के कर्नल रैंक का अधिकारी कमांड करता है
ESG(ELECTRONIC SUPPORT GROUP)........
यह एक इलेक्ट्रॉनिक सपोर्ट ग्रुप है ,,जो मानेसर में तैनात है,जिसका काम NSG ग्रुप को कम्युनिकेशन सुविधा और टेक्निकल सपोर्ट उपलब्ध करवाना है,,
नेशनल बॉम्ब डाटा सेंटर(NBDC)........
NBDC के स्थापना 1988 में हुई थी,,जिसका काम बॉम्ब और IED को डिफ्यूज करना है,, NBDC विस्फोटक इंजीनियरिंग में छेत्र में भी अनुसंधान का कार्य करता है,NSG(एनएसजी)का ट्रेनिंग सेंटर कहा है......
NSG KA ट्रेनिंग सेंटर मानेसर गुड़गांव में स्थित है,
NSG MOTTO(एनएसजी का मोटो).......
NSG KA मोटो है ......सर्वत्र सर्वोत्तम सुरक्षा,
नेशनल सिक्योरिटी गार्ड(NSG) के पद
RANK IN NSG.........................
ऑफिसर रैंक इन nsg
1. डायरेक्टर जनरल...........
2. इंस्पेक्टर जनरल....
3. डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल......
4. ग्रुप कमांडर.......
5. सेकंड इन कमांड
6.स्क्वाड्रन कमांडर.......
7. टीम कमांडर.........
जूनियर कमीशन RANK IN NSG.......
1. सूबेदार मेजर
2. असिस्टेंट कमांडर1
3. असिस्टेंट कमांडर 2
4. असिस्टेंट कमांडर 3
नॉन कमीशन ऑफिसर...............
1. रेंजर ग्रेड 1(हवलदार)
2. रेंजर ग्रेड 2(नायक)
3. रेंजर
एनएसजी ब्लैक कैट कमांडो के द्वारा किए गए कुछ अभियान........
ऑपरेशन ब्लैक थंडर......
29 अप्रैल – 30 अप्रैल 1986 में 300 एनएसजी (NSG COMMANDO) कमांडो और 700 बीएसएफ के जवानों में मिलकर गोल्डन टैम्पल ( अमृतसर) में एक अभियान चलाया था,,जिसमे 300 सिख आतंकियों को पकड़कर पंजाब पुलिस के हवाले कर दिया गया था,1 मई 1986 को गोल्डन टैंपल को पंजाब पुलिस के हवाले कर दिया गया था,ऑपरेशन ब्लैक हाक..........
जनवरी 1988 में पंजाब के मांड इलाके में हैली की मदद से एक अभियान चलाया गया ,,जिसका नाम ऑपरेशन ब्लैक हाक नाम दिया गया,इस अभियान में 2 आतंकी मारे गए,एक 7.62 एमएम राइफल बरामद की गई,ऑपरेशन ब्लैक थंडर 2..........
12 मई 1988 को लगभग 1000 NSG COMMANDO ने गोल्डन टैंपल को एक बार फिर से घेर लिया ,15 मई से अभियान शुरू हुआ और 18 मई तक चला,इस अभियान में 40 आतंकी मारे गए,और 200 आतंकियों की आत्म समर्पण कर दिया
ऑपरेशन अश्व मेघ (24 –25 अप्रैल 1993)........
सन् 1993 में अमृतसर हवाई अड्डे पर कुछ आतंकियों ने इंडियन एयर लाइन्स का एक विमान को हाई जैक कर लिया ,इस विमान में 141 यात्री सवार थे, एनएसजी कमांडो ने इस विमान को बचाने के लिए एक अभियान शुरू किया जिसका नाम ऑपरेशन अश्व मेघ रखा गया,,इस अभियान में विमान को हाई जैक करने वाले तीनों आतंकियों को एनएसजी कमांडो ने मार गिराया और सभी 141 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकला,इस कार्यवाही में आतंकी लीडर मारा गया जिसका नाम मोहमद यूसुफ शाह था,जुलाई 1999 (जम्मू कश्मीर)......
जुलाई 1999 में श्रीनगर के पास कुछ आतंकियों ने bsf परिसर में हमला कर दिया और ,bsf अधिकारियों और उनके परिवारों को 1 कमरे में बंधक बना लिया था,इस दौरान आतंकियों ने bsf ke 3 अधिकारियों और एक अधिकारी की पत्नी को मार दिया था,कमरे में 12 लोग बंधक बनाए हुए थे, एनएसजी ने तत्काल कार्यवाही करते हुए दोनो आतंकवादी को मार गिराया,और सभी 12 बंधकों को छुड़वा लिया,
ऑपरेशन ब्लैक टॉरनेडो(26 नवंबर 2008)........
मुम्बई में 26 नवंबर 2008 में पाकिस्तान से आए कुछ आतंकियों में कुछ ही घंटो में मुंबई शहर को अपने आतंक में ले लिया था, एनएसजी कमांडो ने तुरंत कार्यवाही करते हुए, आतंकियों पर कार्यवाही की,,इस कार्यवाही में 600 से ज्यादा बंधको को आजाद करवाया गया,और 8 आतंकी मार गिराए,इस घटना में एनएसजी के SAG ग्रुप के मेजर संदीप ,हवलदार गजेंद्र सिंह बिष्ट,भी शहीद हो गए थे,
इसके अलावा भी NSG की टीम ने बहुत अभियानों में हिस्सा लिया,,और अपने कर्तव्य का पालन किया,
NSG के वीर जवान (NSG KE वीर जवान जो एक्शन के दौरान वीरगति को प्राप्त हो गए,
1. रेंजर ग्रेड 1 रमा शंकर सिंह,
2. रेंजर ग्रेड 2 राम चंद्र
3. असिस्टेंट कमांडर 2 एस एस शेखावत
4. अनिल कुमार
5. असिस्टेंट कमांडर 2 एच एस नेगी
6. रेंजर ग्रेड 2 कुलतार सिंह
7. रेंजर ग्रेड 1 बलबीर सिंह
8. असिस्टेंट कमांडर 2 राजेन्द्र प्रसाद
9. रेंजर ग्रेड 2 एम सुंबू
10. रेंजर ग्रेड 2 रोशन लाल
11. रेंजर ग्रेड 2 सुभाष चंद शर्मा
12. रेंजर ग्रेड 2 सुरजन सिंह
13. सहायक कमांडर सुरेश चंद यादव
14. रेंजर ग्रेड 2 सुरेंद्र कुमार
15. रेंजर ग्रेड 2 पंकज कुमार
16. मेजर संदीप
17. रेंजर ग्रेड 1 गजेंद्र सिंह
18. लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन ई. के
date of sacrificing.......03/01 /2016 पठानकोट |
19.रेंजर ग्रेड 1, राम चन्द्र
Date of sacrificing.11 /08/1989 |
तो साथियों ये थी NSG के बारे में थोड़ी जानकारी ,अगर इसमें कुछ सुधार करने के लिये हो तो जरुर सन्देश करे ,
अरे क्यों मरते हो बेवफा सनम के लिये ,
मरना है तो मरो वतन के लिये ,
गर जो मरोगे सनम के लिये कोई कपडा भी नही देगा कफ़न के लिये
अगर मरोगे वतन के लिये तो लडकिया भी उतार फेकेंगी दुपट्टा कफन के लिये ,जय हिन्द जय भारत
0 टिप्पणियाँ